सुरक्षा संवाद – भाग २

एक अनोखी स्मशानयात्रा

 

एक दिन एक कंपनी के सारे कर्मचारी ऑफिस पर पहूँचे तो उन्होंने नोटिस बोर्ड पर एक नोटिस देखा । नोटिस में लिखा था इस कंपनी में आपके विकास में रोडा डालनेवाला इन्सान अब इस दुनियामें नहीं रहा..आप सबको उसकी अंतिमयात्रा में शामिल होने का आमंत्रण है ।

शुरु में तो सब को बड़ा सा झटका लगा लेकिन बाद में सभी कर्मचारी अंदर-अंदर चर्चा करने लगे कि वह कौन था जो हमारे प्रमोशन में रोड़े डाल रहा था ? वह साहब या वह मेड़म तो नहीं थी नां लेकिन वह सब को हमारे सामने ही खड़े हैं तो फिर कौन था जो हमारे प्रमोशन और विकास में रोड़े डालता था ?

 

थोड़ी देर सभी ने अपने दिमाग के घोड़े दौडाये लेकिन कुछ नहीं सुझा तो यह मानकर संतोष किया कि चलो जो भी हो लेकिन अब तो हमारे विकास में अवरोधक कोई नहीं रहा नां ?

 

थोडी देर के बाद कंपनी के बोस ने ऑफिस में रखे कोफिन के पास जाकर आँखे बंद कर दो होथ जोड़कर प्रार्थना करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पण किए । बोस के बाद कंपनी के सभी कर्मचारी एक-एक कर कोफिन के पास जाते और हाथ जोडकर प्रार्थना के साथ श्रद्धा सुमन अर्पण करते । आश्चर्य की बात यह थी कि कोफिन के पास जाकर हर कर्मचारी ताज्जुब हो जाता था । हकीकत यह थी कि कोफिन में किसी मृत व्यक्ति का शरीर नहीं था पर एक आइना रखा गया था । कोफिन के पास जानेवाले हर कर्मचारी को कोफिन में अपना ही प्रतिबिंब दिखता था ।

 

 

आइने के नीचे एक प्ररेणादायी वाक्य लिखा था-

‘यह एक ही इन्सान आपके विकास और प्रगति में अवरोधक है । संसार में केवल आप स्वयं ही अपने विकास, सफलता, खुशी और मान्यताओं पर असर डालते हैं। आप स्वयं ही अपनी प्रगति में बाधा डालते हैं ।’

 

 

दोस्तों,

कंपनी या बोस बदल जाने से हमारी ज़िंदगी नहीं बदलती । हमारी ज़िंदगी तभी बदलेगी जब हम स्वयं बदलेंगे  ।  हमें हमारी सोच और मर्यादाओं को दूर हटाकर देखना पडेगा कि हम कहाँ रुके हुए हैं । हम सच्चे मन से सोचेंगे तो पता चलेगा कि अपनी ज़िंदगी के लिए केवल हम स्वयं ही जिम्मेदार हैं । हम अन्य लोगों को दोष देने से मुक्त होंगे तभी सच्चे अर्थ में सुखी हो पाएंगे । हमें अपना जिवन सूत्र बदलना होगा- I am responsible  हम जिम्मेदारी लेंगे तो ही प्रगति कर पाएँगे ।

 

ट्यूबलाइट – बच्चा इस धरती पर तभी जिंदा रह पाता है जब वह अंडे में से बाहर निकलने का संघर्ष करता है । अगर उसे आसानी से बाहर निकाल लेंगे तो वह तुरंत ही मर जायेगा ।

हर महीने की १ और १५ तारीख को प्रकाशित होने वाली सेफ्टी संवाद…

प्रेषक : सुरेश प्रजापति

Specially for Tool Box Meeting (TBM)

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